17th Kist Kab Aayegi – 17 हजार किसानों के लिए बुरी खबर, जल्द करें ये काम वरना नहीं मिलेगी 17वीं किस्त का पैसा: 17 हजार किसानों के लिए बड़ी अपडेट जारी कर दी गई है. जिससे किसानों को सावधान रहना होगा यदि आप भी ऐसे किसानों में शामिल है इन किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि के पैसे पर रोक लगा सकती है. दरसल, खरीफ वर्ष 2024-25 में जिले में बीज वितरण और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा कृषि निदेशक ने की.
इस दौरान अन्य योजनाओं की जानकारी की समीक्षा करते हुए अधिकारीयों को आवश्यक निर्देश दिए. अधिकारीयों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुडी जानकारी जारी की है इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी भूपेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि जिले में कुल 4 लाख 15 हजार 421 किसान पंजीकृत हैं.
इन किसानों में से में से 3 लाख हजार 181 किसानों ने किसानों ने ई- केवाईसी करा लिया है. वहीं, चार प्रतिशत यानि 17 हजार 240 किसानों ने अभी तक ई- केवाईसी नहीं कराया है. जबकि चार लाख 14 हजार में से तीन लाख 93 हजार 722 लाभार्थियों ने बैंक खाते को आधार से लिंक करा लिया है. जबकि अभी भी 20 हजार 772 लाभुकों ने आधार सीडिंग नहीं कराई है.
वहीँ 660 किसानों को आधार के अनुसार नाम में सुधार कराना है, इस संबंध में कृषि निदेशक ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के प्रथम सप्ताह में भेज दी जाएगी. इससे पूर्व शत- प्रतिशत ई- केवाईसी व एनपीसीआई का कार्य कर लेना चाहिए. ताकि किसान योजना के लाभ से वंचित न रहे.
जिले को मिला 1820 क्विंटल धान बीज डीएओ ने बताया कि खरीफ वर्ष 2024- 25 में बीज वितरण के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत निर्धारित कुल लक्ष्य 3840 क्विंटल के विरुद्ध 1820 क्विंटल धान बीज व 134 क्विंटल मोटा अनाज बीज प्राप्त हो चुका है.
17th Kist Kab Aayegi, वसुधा केंद्र पर जाकर ई- केवाईसी कराया जा सकता है
जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि लाभुक अपने पंचायत में स्थित वसुधा केंद्र अथवा अपने प्रखंड के किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयक अथवा प्रखंड कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर ई-केवाईसी करा सकते हैं. इसके अलावा लाभार्थी अपने पंचायत में स्थित वसुधा केंद्र अथवा अपने प्रखंड के किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयक अथवा प्रखंड कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर अपने आधार के अनुसार नाम में सुधार करा सकते हैं.
एनपीसीआई के संबंध में लाभार्थी अपने बैंक के शाखा प्रबंधक से मिलकर अपना खाता एनपीसीआई से लिंक करा लें अथवा डीबीटी सक्षम खाता खुलवा लें, ताकि उन्हें योजना के लाभ से वंचित नहीं होना पड़े.